दोस्तों आज हम इस पोस्ट देखेंगे क्लास 12 के टॉप 100 क्वेश्चन जो आप स्टूडेंट के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है | अगर आप स्टूडेंट यह सभी क्वेश्चन को याद कर लेते है तो आप को टॉपर बनने से कोई नहीं रोक सकता |
Bihar Board History Class 12 Top 100 Question
Bihar Board 12th History complete course | |
Name of content – | class 12th History crash course |
Subjects – | History |
Duration | 15 Days |
content | MCQ , Short & Long |
Important for | Bihar board & Other state board Exam |
Day – | 2nd |
- अशोक किस वंश का राजा था?
D |
(A) नन्द्र वंश (B) शिशुनाग वंश
(C) हर्यक वंश (D) मौर्य वंश
- पाटलिपुत्र के संस्थापक कौन थे?
C |
(A) बिम्बिसार (B) अजातशत्रु
(C) उदयिन (D) कनिष्क
- समुद्रगुप्त की तुलना किससे की जाती है?
B |
(A) सिकन्दर (B) नेपोलियन
(C) फाहियान (D) बुद्ध
- भारतीय इतिहास का कौन-सा काल स्वर्णकाल के नाम से जाना जाता है? 4.
B |
(A) मौर्य काल (B) गुप्तकाल
(C) मुगल काल (D) अंग्रेजों का
- वेदों की संख्या कितनी है?
A |
(A) 4 (B) 5
(C) 3 (D) 8
- मौर्यकालीन स्तंभों पर एक लघु लेख लिखिए।
(Write short note on Mauryan pillars.)
उत्तर- मौर्यकाल की सर्वश्रेष्ठ कलाकृति स्तंभों तथा उनके शीर्ष पर पशु आकृतियों का निर्माण है। इन स्तंभों का निर्माण अशोक द्वारा कराया गया था। इन पर उसकी ‘धम्म’ लिपि अंकित है। लुम्बिनी, साँची, सारनाथ, कौशाम्बी आदि स्थानों पर प्राप्त स्तंभों पर उसके लघु लेख प्राप्त होते थे। स्तंभों का निर्माण उच्च कोटी के अभियांत्रिकी कला को प्रदर्शित करता है। पहाड़ों से विशाल खण्ड को काटा गया है और संपूर्ण सतह को अत्यंत बारिकी और परिशुद्धता के साथ तराशा गया है। एक पाषाण खण्ड से चालीस फीट स्तंभ को शुद्धता के साथ तराशना निश्चित ही आश्चर्यजनक है।
- मौर्य साम्राज्य का प्रथम शासक कौन था?
B |
(A) बिन्दुसार (B) चन्द्रगुप्त मौर्य
(C) अशोक (D) महेन्द्र
- क्षेमेन्द्र की रचना कौन सी है?
C |
(A) मुद्राराक्षस (B) अर्थशास्त्र
(C) वृहत कथा मंजरी (D) कथासरितसागर
- इंडिका किसकी रचना है?
B |
(A) चाणक्य (B) मेगास्थनीज
(C) हर्षवर्द्धन (D) कालिदास
- किस गुप्त शासक को लिच्छवी दोहित्र कहा जाता है?
A |
(A) समुद्रगुप्त (B) चंद्रगुप्त
(C) कुमारगुप्त (D) स्कंधगुप्त
- गुप्तकाल में हस्ति सेना का प्रधान को क्या कहते थे?
C |
(A) महासंधिविग्रहिक (B) महाश्वपति
(C) महापीलुपति (D) महाबलाधिकृत
- मौर्यकालीन इतिहास के चार अभिलेखिए स्रोतों को लिखें।
(Write four incriptional sources of Mauryan history.)
उत्तर- मौर्यकालीन इतिहास के चार अभिलेखिए स्रोत निम्नलिखित हैं :
- 14 वृहत शिलालेख जो कलसी, शहबाजगढ़ी आदि से मिले हैं।
- (ii) मास्की, गुर्जरा से प्राप्त लघु शिलालेख
- (iii) गिरनार से प्राप्त लघु शिलालेख
- (iv) लौरिया, अरेराज से प्राप्त स्तंभ अभिलेख ।
- निम्न में से महिला संत थीं-
D |
(A) मीरा (B) अंडाल
(C) कराइकल (D) इनमें से सभी
- चन्द्रगुप्त की मृत्यु कहाँ हुई थी?
C |
(A) पाटलिपुत्र (B) तक्षशीला
(C) श्रवणबेलगोला (D) उज्जयनी
- चन्द्रगुप्त मौर्य किस धर्म को मानने वाला था?
B |
(A) बौद्ध (B) जैन
(C) शैव धर्म (D) वैष्णव धर्म
- मौर्य वंश का अंतिम राजा कौन था?
D |
(A) अशोक (B) कुणाल
(C) संप्रति (D) वृहद्रथ
- मौर्यकालीन ‘टकसाल‘ का प्रधान कौन था?
C |
(A) कोषाध्यक्ष (B) मुद्राध्यक्ष
(C) पण्याध्यक्ष (D) लव्यनाध्यक्ष
- मौर्यकालीन कला एवं स्थापत्य का वर्णन करें।
(Discuss the Mauryan art and architecture.)
उत्तर- मौर्यकालीन कला एवं स्थापत्य का सर्वश्रेष्ठ नमूना इस समय के स्तम्भ एवं यक्षिणी की मूर्ति है। साँची, सारनाथ आदि जगहों पर मौर्यकालीन स्तूप मिले हैं। इस समय मूर्ति निर्माण में गांधार एवं मथुरा शैली का विकास हुआ। अशोक द्वारा 84 हजार बौद्ध स्तूपों तथा विहार का निर्माण करवाया गया था। इस काल में पर्वतों को काटकर गुहा गृहों का भी निर्माण हुआ। बराबर • की पहाड़ियों एवं नागार्जुनी पहाड़ियों में आज भी हैं।
- मौर्यवंश की राजधानी कहाँ थी?
C |
(A) विदिशा (B) दिल्ली
(C) पाटलिपुत्र (D) राजगीर
- मौर्यकालीन कलिंग राज्य कहाँ स्थित था?
C |
(A) बिहार (B) बंगाल
(C) उड़िसा (D) मध्य प्रदेश
- मौर्य प्रशासन में समाहर्ता कौन था?
B |
(A) केंद्रीय मंत्री (B) राजकीय कर संग्रह अधिकारी
(C) मुख्य न्यायाधिश (D) अन्तःपुर का रक्षक
- मौर्य काल में ‘ब्राहदेय‘ क्या था?
C |
(A) पशु दान (B) धन दान
(C) भूमि दान (D) कृषि दान
- अशोक का व्यक्तिगत धर्म क्या था?
A |
(A) बौद्ध धर्म (B) जैन धर्म
(C) शैव धर्म (D) वैष्णव धर्म
- गुप्तकालीन कला की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख करें।
(Discuss the main features of the Gupta Period Art.)
उत्तर—गुप्तकालीन कलाओं में मूर्तिकला, चित्रकला का महत्त्वपूर्ण स्थान है—
मूर्तिकला – गुप्तकालीन मूर्तियाँ बौद्ध धर्म से संबंधित वस्तुओं और पुराणों में दी गई घटनाओं को दर्शाती है। मथुरा और सारनाथ में पत्थरों और काँसे की बुद्ध तथा बौद्ध स्तंभों की मूर्तियाँ बहुसंख्या में पाई गई हैं। इस काल की सबसे प्रसिद्ध मूर्ति वह है जिसमें बुद्ध बैठे प्रथम प्रवचन दे रहे हैं। इस मूर्ति को भारत में सबसे दुर्लभ मूर्ति माना जाता है। मुद्रा में अपना
चित्रकला – चित्रकला भी गुप्तकाल में अपने प्रगति के शिखर पर थी। इस कला का व्यवहार राजमहलों और हिंदू तथा बौद्ध मंदिरों को सजाने के लिए किया जाता था। इस कला के सबसे सुंदर उदाहरण अजंता की बुद्ध गुफायें, श्रीलंका में सुग्रीया और मध्यप्रदेश में बाघ की गुफायें हैं।
- अशोक ने महेन्द्र और संघमित्रा को धर्म प्रचार के लिए किस देश में भेजा ?
D |
(A) जापान (B) मिस्र
(C) वर्मा (D) सिंहलद्वीप / श्रीलंका
- अशोक कौन से बौद्ध भिक्षु के प्रभाव में आकर बौद्ध धर्म का समर्थक बन गया?
A |
(A) उपगुप्त (B) उपालि
(C) राधागुप्त (D) नागसेन
- राजगृह की नगरवधू का नाम था।
D |
(A) माधवी (B) अंबपाली
(C) तिष्यरक्षिता (D) शालवती
- किसने लिखा “वास्तविक सुकर्म वह जिससे प्रजा सुखी तथा प्रसन्न हो”?
D |
(A) मेगास्थनीज (B) चंद्रगुप्त
(C) बिंदुसार (D) कौटिल्य
- चंद्रगुप्त मौर्य के काल में कलिंग की राजधानी थी।
C |
(A) तक्षशीला (B) उज्जयनी
(C) तोषाली (D) पाटलीपुत्र
- गुप्तकाल में सती प्रथा पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
(Write a short note on Sati customs during Gupta Period.)
उत्तर- गुप्तकाल में सती प्रथा के उल्लेख मिलता है। ऐरण शिलालेख (510 ई0) में उल्लेख है कि गोपराज नामक सेनापति की पत्नी युद्ध में अपने पति की मृत्यु के बाद सती हो गयी थी। हर्ष की माता यशोमति अपने पति की सम्भावित मृत्यु मात्र पर ही 604 ई० में सती हो गयी थी। गुप्तकाल के पूर्व महाभारत में सती प्रथा का उल्लेख प्राप्त होता है। पाण्डु की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी माद्री उसके साथ सती हो गयी थी। कृष्ण की मृत्यु के बाद उसकी पत्तियाँ भी उसके साथ सती हो गई थीं। महाभारत के आदि पर्व में सती प्रथा का समर्थन किया गया है। फिर भी यह कहा जायेगा की सती प्रथा आम नहीं था अपवाद स्वरूप थी।
- आर्यभट्ट कहाँ का वासी था?
D |
(A) मालवा (B) कश्मीर
(C) तक्षशीला (D) पटना
- द्वितीय नगरीकरण के नगरों को क्या कहा जाता है ?
C |
(A) ताम्रयुगीन नगर (B) काँस्ययुगीन नगर
(C) लौहयुगीन नगर (D) इनमें से कोई नहीं
- भारत का प्राचीनत्तम ज्ञात अभिलेख कौन-सा है
C |
(A) सारनाथ का अभिलेख (B) गिरनार का अभिलेख
(C) वोग्जाकोई का अभिलेख (D) मथुरा का अभिलेख
- मेगास्थनीज किस यूनानी शासक के राजदूत के रूप में पाटलिपुत्र आया था?
C |
(A) सिकन्दर (B) फिलिप
(C) सेल्यूकस (D) डिमेट्रियस
- ‘कलिंग युद्ध‘ का वर्णन किस अभिलेख में किया गया है?
D |
(A) दसवें शिलालेख (B) ग्यारहवें शिलालेख
(C) बारहवें शिलालेख (D) तेरहवें शिलालेख
- चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के बारे में आप क्या जानते हैं?
(What do you know about Chandragupta Vikarmaditya?)
उत्तर— समुद्रगुप्त के बाद उसका पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय सिंहासन पर बैठा। उसने विक्रमादित्य की उपाधि धारण की। वह एक बहुत बड़ा विजेता था। उसने गुप्त साम्राज्य को सुदृढ़ बनाया और उसमें मालवा, गुजरात और काठियावाड़ शामिल किये। उसने अपनी बेटी प्रभावती का विवाह वाकाटक वंश के शासक रूद्रसेन द्वितीय के साथ किया। इस वैवाहिक संबंध से चन्द्रगुप्त को अपनी समस्त सेना को शकों के विरुद्ध इकट्ठी करने का अवसर मिल गया। प्रभावती वाकाटक राज्य की एक बहुत प्रभावशाली महारानी थी। चन्द्रगुप्त द्वितीय कई नये प्रकार के सिक्के जारी किये। उसके सोने के सिक्कों से उसकी शक्ति, व्यक्तित्व और स्थिति का पता चलता है।
- भारत का ‘नेपोलियन‘ किस शासक को कहा जाता है?
B |
(A) अशोक (B) समुद्रगुप्त
(C) अकबर (D) चन्द्रगुप्त मौर्य
- मगध की प्राचीन राजधानी कहाँ थी?
B |
(A) पाटलिपुत्र (B) राजगृह
(C) वैशाली (D) गया
- मगध का प्राचीनतम राजवंश कौन था?
C |
(A) नंदवंश (B) मौर्यवंश
(C) हर्यक वंश (D) शिशुनागवंश
- पाटलिपुत्र को किस राजा ने सर्वप्रथम अपनी राजधानी बनाई?
C |
(A) बिम्बिसार (B) अजातशत्रु
(C) उदायिन (D) महापदम्नदं
- पाटलिपुत्र नगर की स्थापना उदयिन ने किस नदी के संगम पर की थी?
D |
(A) गंगा (B) सोन
(C) पुनपुन (D) इन सभी के संगम पर
- मेगास्थनीज के बारे में आप क्या जानते हैं?
(What do you know about Megasthenes?)
उत्तर – मेगास्थनीज चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में यूनानी राजदूत था। उसे सेल्यूकस ने अपना राजदूत बनाकर चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा था। मेगास्थनीज ने भारत में जो कुछ देखा उसे ‘इंडिका’ नामक पुस्तक में लेखबद्ध किया था। उसने भारत का जो विवरण प्रस्तुत किया है, उसमें उसने भौगोलिक पर्यावरण, भारतीयों के सामाजिक जीवन, उनकी धार्मिक आस्थाओं, राजनीतिक तथा प्रशासन के बारे में लिखा है।
- स्थमूसल नामक आक्रमक यंत्र का प्रयोग किस जनपद में सबसे पहले किया गया?
C |
(A) काशी (B) वैशाली
(C) मगध (D) कोशल
- ताम्रलिप्ति बंदरगाह अवस्थित था।
C |
(A) गुजरात में (B) केरल में
(C) बंगाल में (D) महाराष्ट्र में
- चाणक्य भारत के किस शिक्षण संस्थान में अध्ययन किया था?
B |
(A) नालंदा विश्वविद्यालय (B) तक्षशिला विश्वविद्यालय
(C) विक्रमशिला विश्वविद्यालय (D) ओदन्तपुरी विश्वविद्यालय
- प्राचीन भारत में ओदन्तपुरी विश्वविद्यालय कहाँ स्थित था?
A |
(A) मगध में (B) गाँधार में
(C) अंग में (D) पांचाल में
- शक संवत् की शुरुआत कब से मानी जाती है?
B |
(A) 82 ई० (B) 78 ई०
(C) 76 ई० (D) 72 ई०
- सातवाहन राज्य के बारे में टिप्पणी लिखिए।
(Write short note about satvahan state.)
उत्तर- लगभग 60 ई०पू० में सातवाहन राज्य की नींव सिमुक ने रखी थी। यह गोदावरी तथा कृष्णा नदी के बीच का क्षेत्र था, जिसको अब आंध्र कहा जाता है। शातकर्णि प्रथम सातवाहन वंश का सबसे शक्तिशाली शासक था। उसने अश्वमेघ यज्ञ किया और पूरे दक्कन पर अपनी प्रभुसत्ता की घोषणा की। इस वंश का एक और प्रसिद्ध राजा गौतमीपुत्र शातकर्णी था, जिसने दूसरी शताब्दी, ई० के आरंभिक काल में शासन किया। सातवाहन शासक अपने आपको ब्राह्मण कहते थे और विष्णुमत के अनुयायी थे। वे ब्राह्मणों को खुले दिल से दान देते थे। उन्होंने बौद्धमत को भी संरक्षण 51 -दिया। अमरावती के स्तूप तथा कार्ले के चैत्य इसी काल में बनवाये गये। साहित्य दृष्टि से इस काल में प्राकृत भाषा का उदय हुआ। इस काल के सभी अभिलेख प्राकृत भाषा में हैं।
- विश्व में पाई जानेवाली पहली धातु थी।
B |
(A) लोहा (B) ताँबा
(C) टीन (D) चाँदी
- भारत की सबसे प्राचीनतम लिपि थी।
B |
(A) अरामइक (B) ब्राह्मी
(C) प्राकृत (D) पाली
- प्रयाग प्रशस्ति का संबंध किस गुप्त शासक से है?
B |
(A) चन्द्रगुप्त I (B) समुद्रगुप्त
(C) चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य (D) स्कन्दगुप्त
- अपने स्वयं के खर्च से सुदर्शन झील की मरम्मत किसने कराई थी?
C |
(A) अशोक (B) कनिष्क
(C) रूद्रदमन (D) स्कन्दगुप्त
- ” अर्थशास्त्र” के लेखक कौन थे?
(A) वाल्मीकि (B) वेदव्यास
D |
(C) मेगास्थनीज (D) कौटिल्य
- चंद्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य की उपलब्धियों का वर्णन करें।
(Discuss the achievements of Chandragupta II Vikramaditya.)
उत्तर— समुद्रगुप्त के बाद उसका पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय सिंहासन पर बैठा। उसने विक्रमादित्य की उपाधि धारण किया। वह एक बहुत बड़ा विजेता था। उसने गुप्त साम्राज्य को सुदृढ़ बनाया और उसमें मालवा गुजरात और काठियावाड़ शामिल किए। उसने अपनी बेटी प्रभावती गुप्त का विवाह मध्य दक्कन के वाकाटक वंश के शासक रूद्रसेन द्वितीय के साथ किया। इस वैवाहिक संबंध से चन्द्रगुप्त को अपनी समस्त सेना को शकों के विरुद्ध इकट्ठी करने का अवसर मिल गया। प्रभावती वाकाटक राज्य की प्रभावशाली महारानी थी। चन्द्रगुप्त कई प्रकार के नये सिक्के जारी किए। उसके शासन काल में कला, साहित्य और विज्ञान का अभूतपूर्व विकास हुआ। कला साहित्य की प्रगति को देखते हुए इतिहासकारों ने उसके काल को स्वर्णकाल कहा है।
- कनिष्क का राज्यारोहण कब हुआ था?
B |
(A) 44 ईο (B) 78 ई०
(C) 88 ईο (D) 98 ईο
- “मालविकाग्निमित्र” किसकी रचना है?
A |
(A) कालिदास (B) पतंजलि
(C) कल्हण (D) विशाखदत्त
- प्रयाग प्रशस्ति स्तंभ अभिलेख किस लिपी में है?
B |
(A) देवनागरी (B) ब्राह्मी
(C) शारदा (D) गुरुमुखी
- धम्ममहामात्रो को किसने नियुक्त किया?
B |
(A) चन्द्रगुप्त मौर्य (B) अशोक
(C) कनिष्क (D) बिन्दुसार
- जीवक वैद्य किस वंश के काल में थे?
C |
(A) मौर्य (B) गुप्त
(C) हर्यंक (D) कुषाण
- गुप्त काल के विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर प्रकाश डालें।
(Throw light on the science and technology of Gupta’s period.)
उत्तर – गुप्त काल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विभिन्न शाखाओं का उल्लेखनीय विकास हुआ। गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट की रचना आर्यभट्टीयम सर्वप्रमुख है। इसमें अंकगणित, बीजगणित, तथा रेखागणित की विवेचना है। शून्य का आविष्कार एवं पाई (ग) का मान 3.14 इन्होंने ही बताया। ज्योतिष के क्षेत्र में पृथ्वी गोल है, सूर्यग्रहण एवं चंद्रग्रहण आदि की जानकारी दी गई है। वराहमिहिर की रचना पंच सिद्धांतिक इसी समय की रचना है। आयुर्विज्ञान के क्षेत्र में चरक एवं सुश्रुत इसी समय हुए थे। नागार्जुन रसायन और धातु विज्ञान के प्रमुख ज्ञाता थे।
- चीनी यात्री फाह्यान किस शासक के काल में भारत आया?
B |
(A) चन्द्रगुप्त मौर्य (B) विक्रमादित्य/चंद्रगुप्त द्वितीय
(C) अशोक (D) कनिष्क
- मेगास्थनीज किस भारतीय शासक के दरबार में आया था?
C |
(A) अशोक (B) बिंदुसार
(C) चंद्रगुप्त मौर्य (D) स्कन्दगुप्त
- किस अभिलेख में सतीप्रथा का उल्लेख मिलता है?
B |
(A) प्रयाग अभिलेख (B) एरण अभिलेख
(C) मेहरौली अभिलेख (D) मथुरा अभिलेख
- बाणभट्ट की रचना कादम्बरी में किस शासन काल का वर्णन है?
D |
(A) चंद्रगुप्त मौर्य (B) अशोक
(C) चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (D) हर्षवर्धन
- गुप्त संवत् कब और किसके द्वारा शुरू किया गया?
d |
(A) घटोत्कच, 300 ई० (B) श्रीगुप्त, 309-10 ई०
(C) समुद्रगुप्त, 324 ई० (D) चन्द्रगुप्त प्रथम, 319-20 ई०
- पंचतंत्र की रचना किसने की?
D |
(A) आर्यभट्ट (B) वराहमीहीर
(C) कालिदास (D) विष्णु शर्मा
- प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के संस्थापक कौन थे?
D |
(A) अशोक (B) समुद्रगुप्त
(C) स्कंधगुप्त (D) कुमारगुप्त I
- अर्थशास्त्र में कितने प्रकार के विवाहों का उल्लेख है?
C |
(A) दो (B) चार
(C) आठ (D) दस
- अर्थशास्त्र की रचना कब हुई थी?
D |
(A) छठी शताब्दी ईसा पूर्व में (B) पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व में
(C) चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में (D) तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में
- नालंदा विश्वविद्यालय के छात्र थे।
B |
(A) फाह्यान (B) ह्वेनसांग
(C) हर्ष (D) कुमारगुप्त
- किस गुप्त शासक को उसके सिक्कों पर वीणा बजाते हुए दिखाया गया है?
C |
(A) चन्द्रगुप्त प्रथम (B) चन्द्रगुप्त द्वितीय
(C) समुद्रगुप्त (D) स्कंदगुप्त
- उत्तरी पश्चिमी भारत से प्राप्त अशोक के अभिलेखों में लिपि का प्रयोग किया गया है
A |
(A) खरोष्ठी लिपि (B) अरामइक लिपि
(C) ब्राह्मी लिपि (D) इनमें से कोई नहीं
- अशोक के कुल कितने अभिलेख अभी तक प्राप्त हुये हैं?
D |
(A) 35 (B) 30
(C) 40 (D) 44
- अशोक द्वारा प्रचारित बौद्ध धर्म कहाँ प्रचलित नहीं हुआ?
B |
(A) सीरिया (B) ब्रिटेन
(C) श्रीलंका (D) जापान
- जीवक ने वैद्य की शिक्षा कहाँ से पायी?
A |
(A) तक्षशीला (B) राजगृह
(C) पाटलीपुत्र (D) वैशाली
- जीवक कहाँ का रहने वाला था?
D |
(A) तक्षशीला (B) बनारस
(C) पाटलिपुत्र (D) राजगृह
- जीवक की ख्याति किस रूप में थी?
C |
(A) व्यापारी के रूप में (B) प्रशासनिक अधिकारी के रूप में
(C) वैद्य के रूप में (D) बौद्ध भिक्षु के रूप में
- ‘अंग राज्य आधुनिक बिहार के किस जिले में अवस्थित था?
D |
(A) पटना (B) नालंदा
(C) वैशाली (D) भागलपुर
- बिम्बिसार का संबंध किस वंश से था?
B |
(A) नंदवंश (B) हर्यंक वंश
(C) शिशुनागवंश (D) मौर्यवंश
- जरासंध का संबंध किस वंश से था?
B |
(A) हर्यंकवंश (B) वृहद्रथवंश
(C) नंदवंश (D) मौर्यवंश
- तक्षशिला किस राज्य में स्थित था?
C |
(A) मगध (B) अंग
(C) गांधार राज्य (D) मल राज्य
- सेल्युक्स ने अपनी पुत्री का विवाह किस राजा से किया था?
C |
(A) अशोक (B) बिम्बिसार
(C) चन्द्रगुप्त मौर्य (D) कनिष्क
- धर्मविजय का उल्लेख अशोक के किस शिलालेख में है?
C |
(A) 11 वें (B) 12 वें
(C) 13 वें (D) 14 वें
- कालीदास किसके समकालिन थे?
C |
(A) अशोक (B) समुद्रगुप्त
(C) चन्द्रगुप्त II (D) कनिष्क
- मगध साम्राज्य के उत्थान के क्या कारण थे?
(What were the causes of the rise of Magadh Empire?)
उत्तर— मगध साम्राज्य का उत्थान प्राचीन भारतीय इतिहास की महत्त्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। मगध के उत्थान के लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदायी थे-
(i) आर्थिक स्थिति — मगध के उत्थान में आर्थिक कारणों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। प्रकृति ने मगध को मुक्तहस्त से वरदान दिया था यहाँ की भूमि उर्वर थी और धान की खेती अच्छी होती थी। जहाँ धान की खेती अच्छी होती है वहाँ की जनसंख्या अधिक होती है। इस तरह मगध अन्य गणराज्यों पर भारी पड़ता था । मगध के पास घने जंगल थे जहाँ से इमारती लकड़ी प्राप्त होती थी साथ ही लोहे के खान भी थे जिससे उन्नत किस्म के अस्त्र-शस्त्र बनाये जाते थे। गंगा और उसके उपनदियों के समीप होने के चलते व्यापार-वाणिज्य भी काफी विकसित अवस्था में था। साथ ही जंगलों में हाथी मिलती थी। जो उस समय सेना के अग्रिम पंक्ति में होता था। (ii) भौगोलिक कारण – मगध की राजधानी गंगा, सोन और गंडक नदियों के संगम पर जलदुर्ग के समान बसा था और यह दुश्मनों के आक्रमण से सुरक्षित था। मगध की पहली राजधानी राजगृह सात पहाड़ियों से घिरा हुआ था। यह भी दुश्मनों के आक्रमण से सुरक्षित था। अतः शत्रुओं के आक्रमण के भय से निश्चित होकर मगधवासी एवं शासकगण अपनी पूरी क्षमताओं और साधनों को मगध की उन्नति और प्रगति में निरन्तर लगा सके।
(ii) प्रतापी राजाओं का योगदान— मगध के पास एक से बढ़कर एक महाबली योद्धा थे जैसे बिम्बिसार, अजातशत्रु, महापद्मनन्द, चन्द्रगुप्त आदि। इन महान साम्राज्यवादी शासकों ने मगध के उत्थान में महत्त्वपूर्ण योगदान किया। दूसरे अन्य गणराज्यों के पास ऐसा नहीं था। इसलिए मगध का उत्थान संभव हो सका।
- अशोक के धम्म से आप क्या समझते हैं? अशोक के द्वारा धम्म प्रसार हेतु कौन-कौन से उपाय किये गये थे?
(What do you understand by Ashoka’s Dhamma? Describe the measures he adopted for its propagation.)
उत्तर— अशोक ने अपनी प्रजा के नैतिक उत्थान के लिये कुछ सिद्धान्त बनाये; इन सिद्धान्तों को अशोक का धम्म कहा जाता है। अशोक का धम्म सभी धर्मों का सार संक्षेप था। अशोक के अभिलेख संख्या दो और पांच के अनुसार-कम पाप, बहुत कल्याण, दया और दान ही धम्म है। धम्म में सार्वभौमिकता, अहिंसा, सहिष्णुता आदि का समावेश था। धम्म महामात्य नामक अधिकारी को इसके प्रचार-प्रसार के लिए नियुक्त किया गया।
धम्म प्रचार— अशोक अपने धम्म को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए कई उपाय किये
(i) अशोक धम्म के उपदेशों को स्तम्भों पर खुदवाकर साम्राज्य के विभिन्न भागों में स्थापित करवाया।
(ii) धम्म महामात्र नामक विशेष अधिकारी की नियुक्ति किया, जो पूरे साम्राज्य में घूम-घूमकर धम्म प्रचार करते थे।
(iii) अशोक द्वारा अनेकों स्तूप बनवाये गये तथा बौद्ध भिक्षुओं को आर्थिक सहायता दी गई।
(iv) अशोक धम्म प्रचार हेतु विदेशों में दूत मण्डल भेजा।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि अशोक विश्व का पहला शासक था, जिसने मानव कल्याण और मानव के नैतिक उत्थान के लिए इतना अधिक प्रयास किया। उनका धम्म सैद्धान्तिक से ज्यादा व्यवहारिक था और उसका उद्देश्य नागरिकों में नैतिकता का विकास करना था।
- मौर्य प्रशासन का वर्णन करें।
(Describe about the Mauryan administration.)
उत्तर- मौर्य शासकों ने न सिर्फ एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की, बल्कि इसे स्थायित्व प्रदान करने के लिए एक सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था भी कायम किया। मौर्य शासन व्यवस्था का उद्देश्य राज्य को स्थायित्व प्रदान करना, अधिक से अधिक कर वसूलना एवं लोक-कल्याणकारी कार्य करना था। मौर्य शासन पद्धति की व्याख्या संक्षेप में इस प्रकार की जा सकती है-
(i) सम्राट– मौर्य शासन-व्यवस्था का केन्द्र बिन्दु सम्राट था । किन्तु वह निरंकुश शासक के रूप में कार्य नहीं करता था, उसे प्रजा की इच्छा का सदैव ध्यान रखना पड़ता था। (ii) मंत्रि-परिषद राजा को परामर्श देने के लिए एक मंत्रि-परिषद भी थे। इनकी संख्या 12 से 15 तक होती थी। इन्हें नगद वेतन के रूप में 12000 पण वार्षिक वेतन मिलता था।
(iii) पदाधिकारी शासन– को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए बड़ी संख्या में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई थी। समाहर्ता, सन्निधाता, सेनापति, दुर्गपाल, व्यावहारिक, प्रदेष्टा, दौवारिक आदि महत्त्वपूर्ण पदाधिकारी थे।
(iv) न्याय व्यवस्था– न्याय के मामलों में राजा सर्वोच्च अधिकारी था। किसी भी मामलों की अन्तिम अपील राजा के पास होती थी। न्याय के लिये दो प्रकार के न्यायालय स्थापित किये गये थे—(i) धर्मस्थीय न्यायालय (ii) कंटक शोधन न्यायालय । दण्ड व्यवस्था कठोर थी; जुर्मान से लेकर प्राण दण्ड तक का विधान था।
(v) सैन्य व्यवस्था- मौयों के पास एक विशाल एवं सुसंगठित सेना थी, जो पांच भागों में विभक्त थी— पदाति, अश्वारोही, रथ सेना, गजरोही और नौ सेना।
(vi) राजस्व व्यवस्था— भूमिकर आय का सबसे प्रमुख साधन था जो कुल उपज का 1/4 से 1/6 भाग तक वसूल किया जाता था।
उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट होता है कि मौर्य शासकों ने विशाल साम्राज्य की स्थापना के साथ ही प्रशासन का समुचित प्रबन्ध भी किया था।
- वैदिक धर्म की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें।
(Discuss the Salient Features of the Vedic Religion.)
उत्तर- आर्यों का धर्म बड़ा सरल तथा सुसंस्कृत था। वे प्रकृति तथा इनकी विभिन्न शक्तियों को देवता मानकर उनकी उपासना करते थे। आर्यों के 33 देवता थे। इन देवताओं को प्रसन्न करने के लिए यज्ञ, हवन तथा वेद मन्त्रों का उच्चारण किया जाता था। संक्षेप में आर्यों के धार्मिक जीवन के देवता इस प्रकार थे-
(i) इन्द्र- इन्द्र आर्यों के सबसे बड़ा देवता थे। इनकी सबसे अधिक पूजा होती थी । इन्हें वर्षा का देवता समझा जाता था। इन्द्र आर्यों के युद्ध देवता भी थे। इनकी सहायता से ही आर्य दस्युओं पर विजय पाये थे।
(ii) वरुण– वरुण आर्यों के दूसरे बड़े देवता थे। उन्हें संसार के सभी रहस्यों का ज्ञान था। कोई भी पापी इनकी सूक्ष्म दृष्टी से नहीं बच सकता था। अतः आर्य लोग इस देवता से बहुत डरते थे और अपने पापों से बचने के लिए इस देवता से अनुनय-विनय करते थे।
(iii) अग्नि- अग्नि घर के रसोई तथा महत्त्वपूर्ण संस्कार के देवता थे। लोगों को विश्वास था कि अग्नि को दी जाने वाली आहुति धुआँ बनकर आकाश में देवता के पास पहुँच जाती है। यज्ञ तथा विवाह के अवसर पर अग्नि को प्रज्वल्लित किया जाता था।
(iv) पूजा विधि— आर्यों के पूजा विधि अत्यंत सरल एवं सादा था। वे मन्त्रोचार के जरीय अपने इष्ट देवी-देवता की पूजा करते थे। यज्ञ की अग्नि में आहुति डालते समय वेद मंत्रों का उच्चारण होता था। विशेष अवसरों पर वे बलि भी देते थे।
(v) कर्मकांड— उत्तर वैदिक काल में देवताओं के पूजा के मुख्य उद्देश्य भौतिक ही थे परन्तु पूजा पद्धति में बड़ा बदलाव हो गया था। ब्राह्मणों ने कर्मकांडों का इतना जाल बिछा दिया था कि गृहस्थ उन्हें निभा नहीं सकता था। अब यज्ञ केवल पुरोहितों की सहायता से ही हो सकता था। अतः उत्तर वैदिककाल में धर्म पुरोहितों से घिरा हुआ था।